हफ़ीज़ किदवई अर्रे मुझसे छुप क्यों रहे हो, मेरे करीब आओ, मेरे पास बैठो। तुमने मुझे गोली मारी, मुझे ज़रा भी दुःख नही। तुम…
Month: January 2019
एक गिरजाघर में पादरी का काम सीखने गये जॉर्ज फ़र्नान्डिस ने जिस प्रकार से संघर्ष करके स्वयं को भारतीय राजनीति में स्थापित किया ऐसे उदाहरण बहुत ही कम मिलते है।
Tarique Anwar Champarni आज की युवा पीढ़ी की राजनीतिक विमर्श राजीव गाँधी के पुत्र राहुल गाँधी, सोनिया गाँधी की पुत्री प्रियंका गाँधी, मुलायम सिंह…
मौलाना शाह अब्दुर्रहीम रायपुरी :- भारत के महान क्रांतिकारी
महताब अली पीरज़ादा सिलसिला आलिया रहीमियां रायपुर के बानी मखदूमुल उलेमा, मुर्शद रब्बानी, कुतुबे आलम हज़रत अक़दस मौलाना शाह अब्दुल रहीम रायपुरी कुददुस्सरह हैं…
माउंटबेटन की पहली शर्त थी भारत की आज़ादी
किंग जॉर्ज षष्टम ने 1947 से पूर्व भी कई बार लॉर्ड लुई माउंटबेटन को भारत का वासराय बनने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन लॉर्ड…
सुभाष-स्मृति : ‘नेताजी रिसर्च ब्यूरो’ और शिशिर बोस
Shubhneet Kaushik कल जब हम नेताजी सुभाषचंद्र बोस को उनकी जयंती पर याद करें, तो हमें शिशिर कुमार बोस और उनके द्वारा स्थापित ‘नेताजी…
Rash Behari Bose: A brief timeline of one of the leaders behind the Ghadar revolution and Azad Hind Fauj
There have been many revolutionaries who led India to its independence, but quite no one like Rash Behari Bose. A revolutionary leader, who contributed…
स्मृतियों के श्वेत-श्याम पटल पर जीवन का कोलाज रचती फ़िल्म : ‘रोमा’
Shubhneet Kaushik फ़िल्म ‘रोमा’ सत्तर के दशक के मेक्सिकन समाज की कहानी है। यह मेक्सिको, ‘रोमा’ के निर्देशक अल्फोंसो कुआरोन के बचपन का मेक्सिको…